Guru Meri Puja Guru Govind
गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द, यह एक अद्वितीय भजन है जो हमें गुरु के महत्वपूर्ण
रूपों को समझाता है। इस लेख में, हम गुरु के महत्व को विस्तार से जानेंगे और इस
अद्वितीय भजन के माध्यम से हमारे जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।

गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत
गुरु मेरा देव अलख अभेव
सरब पूज्य, चरण गुरु सेवू
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
गुरु बिन अवर नहीं मैं थाओ
अन दिन जपो, गुर गुर नाओ
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
गुरु मेरा ग्यान, गुरु रिदे धयान
गुरु गोपाल पुरख भगवान्
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
गुरु की सरन रहूँ कर जोर
गुरु बिना मैं नाही होर
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
गुरु बोहित तारे भव पार
गुरु सेवा ते यम छुटकार
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
अन्धकार में गुरु मन्त्र उजारा
गुरु कै संग सगल निस्तारा
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
गुरु पूरा पाईये वडभागी
गुरु की सेवा दुःख ना लागी
॥ गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द...॥
गुरु का सबद ना मेटे कोई
गुरु नानक नानक हर सोए
गुरु मेरी पूजा गुरु गोविन्द
गुरु मेरा पारब्रह्म, गुरु भगवंत