Guruvar Ke Charano Me Mera Hai Pranaam
गुरुवर के चरणों में, मेरा है प्रणाम! यह भजन हमें गुरुवर के प्रति आदर और भक्ति की भावना से भरपूर करता है। इस लेख में, हम गुरुवर के महत्वपूर्ण संदेशों और उनके चरणों के माध्यम से आत्मा के आध्यात्मिक संबंध को विस्तार से समझेंगे।
आठों याम जपूँ मैं,
गुरूजी को नाम,
गुरुवर के चरणो में, मेरा है प्रणाम ||
मैं हूँ दीन तो सतगुरु दयालु,
किरपा है करते बनके कृपालु,
गुरुवर की सेवा ही,
सबसे है ऊँचा काम,
गुरुवर के चरणो में, मेरा है प्रणाम ||
सतगुरु में देखूं मथुरा और काशी,
आत्मा मेरी है सतगुरु की दासी,
गुरु में ही देखे है,
मैंने शिव और राम,
गुरुवर के चरणो में, मेरा है प्रणाम ||
नैनो में बसे गुरु जय हो जय हो,
दिल कहूं गुरु जय हो जय हो,
गुरु के बिना नहीं,
जग में कही आराम,
गुरुवर के चरणो में, मेरा है प्रणाम ||
कमल कपिल पूरी संत सयाने,
भक्तों के रहते है बनके मुहाने,
गुरुवर के चरणो में,
मेरा है प्रणाम,
गुरुवर के चरणो में, मेरा है प्रणाम ||
गुरुवर के चरणों में, मेरा है प्रणाम,
आठों याम जपूँ मैं,
गुरूजी को नाम,
गुरुवर के चरणो में, मेरा है प्रणाम ||