Mohe Laagi Lagan Guru Charanan ki
इस भजन "Mohe Laagi Lagan Guru Charanan ki" के माध्यम से हम अपने मन की ऊर्जा को आदर्श गुरु के प्रति समर्पित करते हैं। भगवान के चरणों में लगन और भक्ति का आभास होता है, जिससे जीवन को सही दिशा में प्रवृत्ति करने का संकेत मिलता है।

"मोहे लागी लगन गुरु चरणन की" यह भजन हमें बताता है कि गुरु के चरणों में ही सच्चा आनंद और मोक्ष हैं। भव सागर से तारण होने का अनुभव होता है जब हम गुरु के प्रेरणादायक मार्ग पर चलते हैं और जगत की मोहमाया को पार करते हैं।

"चरण बिना अब कछु नही भावे, जग माया सब संपन की गुरु चरणन की" इस भजन से हमें यह सिखने को मिलता है कि गुरु के चरणों में ही हमारा सब कुछ है, और उनके बिना कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है। इस भजन के माध्यम से हम आत्मनिर्भरता के साथ भगवान की भक्ति में रमने का संदेश प्राप्त करते हैं।
"भव सागर सब सुख गयो है, फिकर नही मोहे तरणन की गुरु चरणन की" यह भजन हमें यह बताता है कि जब हम गुरु के चरणों में समर्पित होते हैं, तो संसारिक सुख-दुःखों का हमें अधिकार होता है और हम फिक्र में नहीं पड़ते हैं। गुरु की शरण में होने से ही हम असली तारक हो सकते हैं।
"मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, आस वही गुरु शरणन की गुरु चरणन की" इस भजन के अंत में हम गुरु की शरण में आकर अपने जीवन को सार्थक बनाने की कल्पना करते हैं और गुरु की कृपा से ही हम अद्भुत साधना में सफल हो सकते हैं। इस भजन के माध्यम से हम गुरु की महिमा को गाते हैं और उनकी शरण में होने का आभास करते हैं।
इस भजन के माध्यम से हम गुरु के प्रति अपनी अदम्भुत प्रेम और समर्पण की भावना को व्यक्त करते हैं और गुरु की शक्ति और कृपा में लीन होने का संदेश प्राप्त करते हैं।
गुरु चरणन की गुरु चरणन की
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणन की गुरु चरणन की
चरण बिना अब कछु नही भावे
जग माया सब संपन की गुरु चरणन की
मोहे लागी लागी रे मोहे लागी लागी रे
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणन की गुरु चरणन की
भव सागर सब सुख गयो है
फिकर नही मोहे तरणन की गुरु चरणन की
मोहे लागी लागी रे मोहे लागी लागी रे
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणन की गुरु चरणन की
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर
आस वही गुरु शरणन की गुरु चरणन की
मोहे लागी लागी रे मोहे लागी लागी रे
मोहे लागी लगन गुरु चरणन की
गुरु चरणन की गुरु चरणन की