Milta hai saccha sukh keval
यह गीत
"Milta Hai Saccha Sukh Keval" गुरुदेव के प्रति श्रद्धाभाव को अभिव्यक्त करता है और उनके चरणों में ध्यान और समर्पण का भाव प्रकट करता है।

इसमें व्यक्त किया गया है कि जीवन के सभी परिस्थितियों में भगवान के चरणों में ध्यान और आत्मसमर्पण से ही सच्चा सुख प्राप्त होता है। यह एक धार्मिक भावनाओं से भरपूर और भक्तिभावना से युक्त गीत है।
मिलता है सच्चा सुख केवल,
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में।
यह विनती है पल पल छिन छिन,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहे बैरी कुल संसार बने,
चाहे जीवन मुझ पर भार बने ।
चाहे मौत गले का हार बने,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहें अग्नि में मुझे जलना पड़े,
चाहे काँटों पे मुझे चलना पड़े।
चाहे छोड़ के देश निकलना पड़े,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहें संकट ने मुझे घेरा हो,
चाहे चारो तरफ अंधेरा हो।
पर मन नहीं डगमग मेरा हो,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
जिव्या पर तेरा नाम रहे,
तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे।
तेरी याद तो आठों याम रहे,
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में।।
भगवान तुम्हारे चरणों में,
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में।।